वेब टीम : दिल्ली दूध विटामिन डी और कैल्शियम का सबसे बढ़िया स्त्रोत होता है। इसे शरीर के विकास के लिहाज से एक कंपलीट फूड माना जाता है। ज्...
वेब टीम : दिल्ली
दूध विटामिन डी और कैल्शियम का सबसे बढ़िया स्त्रोत होता है।
इसे शरीर के विकास के लिहाज से एक कंपलीट फूड माना जाता है।
ज्यादात्तर लोग पीने में भैंस और गाय के दूध का इस्तेमाल करते है।
कई बार लोगों के दिमाग में भी आता हैं कि इन दोनों ही दूध में क्या फर्क हैं?
हालांकि इन दोनों दूध में कोई फर्क नहीं हैं दोनों ही पीने में सुरक्षित और पौष्टिक हैं।
हालांकि ये आपके शरीर पर निर्भर करता हैं कि कौनसा दूध आपके लिए बढ़िया हैं।
शिशु जो मां का दूध किसी कारणवश नहीं पी पाते, उन्हें गाय का दूध ही दिया जाता है।
यदि आप डाइट कॉन्शियस हैं या कोई शारीरिक दिक्कत है तो आपको गाय का दूध ही पीना चाहिए।
यदि आपको वेट बढ़ाना है या कमजोरी रहती हो तो आप भैंस का दूध पीएं।
गाय का दूध पतला होता है और इसमें करीब 88 फीसदी तक पानी होता है।
इसी वजह से ये जल्दी पच जाता हैं।
सौ ग्राम गाय के दूध में करीब 88 प्रतिशत पानी होता है, जबकि भैंस के दूध में पानी की मात्रा 70 प्रतिशत तक होती है।
आप में प्रोटीन की कमी है तो आपको भैंस का दूध पीना चाहिए।
गाय के दूध की अपेक्षा भैंस के दूध में 10 से 11 फीसदी ज्यादा प्रोटीन पाया जाता है।
प्रोटीन की वजह से यह हीट रेजिस्टेंट होता है और यही कारण है कि इसे रोगी, बुजुर्गों और नवजात शिशुओं को देने से मना किया जाता है।
भैंस और गाय के दूध में एक बड़ा अंतर कोलेस्ट्रॉल का भी है।
यहां एक विशेष अंतर ये है कि भैंस के दूध में गाय के दूध की अपेक्षा कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है।
इसलिए भैंस का दूध हाई बीपी, कोलेस्ट्रॉल, किडनी प्रॉब्लम में आपको भैंस का दूध पीना चाहिए।
एक कप गाय के दूध में जहां 148 कैलोरी होती है जबकि एक कप भैंस के दूध में कैलोरी की मात्रा 237 होती है।
भैंस के दूध की मलाई भी बहुत मोटी जमती हैं और इससे घी भी काफी अच्छा निकलता है।
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